Chanakya Hindi Thought Picture Message on Self Glory अपने मुख से अपनी बड़ाई
"दूसरों के द्वारा गुणों का बखान करने पर बिना गुण वाला व्यक्ति भी गुणी कहलाता है, किन्तु अपने मुख से अपनी बड़ाई करने पर इन्द्र (गुणी व्यक्ति) भी छोटा हो जाता है । चाणक्य"
"When others glorify qualities of a quality less person then he is believed as a person of merit. However, on self glory even a learned person is believed as a person without merits.
No comments:
Post a Comment